गुजरात हारने के बाद भी आम आदमी पार्टी को हुआ ये बड़ा फायदा, देखिए ये रिपोर्ट

आम आदमी पार्टी को भला ही हिमाचल प्रदेश और गुजरात में बहुमत न मिला हो लेकिन गुजरात और हिमाचल में मिले वोट पर्सेंट के दम पर ‘आप’ राष्ट्रीय पार्टी के रूप में पहचान बनाने जा रही है, इसी खुशी में आम आदमी पार्टी के दफ्तर पर एक पोस्टर लगाया है और लिखा है- ‘आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनने पर सभी देशवासियों को बधाई’

10 साल में स्थापित किए नए कीर्तिमान

26 नवंबर, 2012 में आम आदमी पार्टी का गठन हुआ। पार्टी को चुनाव चिह्न मिला-झाड़ू। इस चुनाव चिह्न के सहारे आम आदमी पार्टी ने जिस तरह दूसरी पार्टी के वोट बैंक का सफाया किया है वो अपने आप में इतिहास है। सिर्फ 10 साल के भीतर आम आदमी पार्टी को अब जल्द ही राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल सकता है और इसका औपचारिक ऐलान बाकी है।

राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए चाहिए ये योग्यता

1 – यदि कोई राजनीतिक पार्टी कम से कम 3 विभिन्न राज्यों को मिलाकर लोकसभा की 2% सीटें (2014 के चुनाव के अनुसार 11 सीटें) जीतती है।

2. यदि कोई पार्टी 4 लोकसभा सीटों के अलावा लोकसभा या विधान सभा चुनाव में चार राज्यों में 6% वोट प्राप्त करती है।

3. यदि कोई पार्टी चार या चार से अधिक राज्यों में क्षेत्रीय पार्टी के रूप में मान्यता रखती है।

अगर कोई पार्टी ऊपर दिए गए मानक पूरे करती है तो वो राष्ट्रीय पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त कर सकती है।