हिंदू धर्म में खरमास का विशेष महत्व होता है, खरमास लगने के बाद से कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। आज यानी 16 दिसंबर (Kharmas date) को सुबह 10 बजे से खरमास शुरू हो चुका है।
कब लगता है खरमास
हिंदू धर्म ग्रन्थों के अनुसाए सूर्य जब धनु राशि में प्रवेश करते हैं तो खरमास शुरू होता है। पंचांग के मुताबिक़ सूर्य धनु राशि में 16 दिसंबर को सुबह 10 बजकर 11 मिनट पर प्रवेश कर चुके हैं और वे यहां पर 14 जनवरी 2023 दिन रविवार को रात 08 बजकर 57 मिनट तक रहेंगे। तत्पश्चात धनु राशि से निकल कर शनि के स्वामित्व वाली राशि मकर में प्रवेश करेंगे और मकर संक्रांति की शुरुआत होगी।
खरमास में क्यों नहीं किए जाते मांगलिक कार्य
शास्त्रों के अनसुार जब सूर्य बृहस्पति की राशि धनु और मीन राशि में प्रवेश करते हैं तो इस दौरान वह अपने गुरु की सेवा में रहते हैं इस समय सूर्य का प्रभाव कम हो जाता है, साथ ही सूर्य की वजह से गुरु ग्रह का बल भी कमजोर होता है। शुभ कार्य के लिए इन दोनों ग्रहों का मजबूत होना जरूरी है। यही वजह है कि इसमें मांगलिक कार्य फलित नहीं होते इसलिए इसे अशुभ मास माना गया है।
नहीं करने चाहिए ये काम
इस दौरान सूर्य की चाल बहुत धीमी होती है इसलिए शादी-विवाह, मुंडन, जनेऊ आदि शुभ कार्य नहीं किये जाते।