इन 3 देवताओं के भक्त हैं शनिदेव, इनकी पूजा करने वालों को साढ़ेसाती और ढैय्या में भी नहीं होती परेशानी
शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है। क्योंकि शनि देव आपको आपके कर्मों के हिसाब से फल देते थे। शनि देव के प्रकोप से सभी लोग भयभीत होते है। लेकिन शनि देव इन 3 देवताओं के भक्त हैं और जो लोग इन 3 देवतों की पूजा करते हैं उन्हें शनि देव साढ़ेसाती और ढैय्या में भी परेशान नहीं करते हैं।
इन राशियों पर शुरू होगी साढ़ेसाती
ज्योतिषीय गणना के मुताबिक शनि देव जब 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे तो मीन राशि, कुंभ राशि और मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रकोप रहेगा।
इन राशियों पर रहेगी ढैय्या
कुंभ में शनि के प्रवेश से कर्क और वृश्चिक राशि पर ढैय्या शुरू हो जायेगी व मिथुन और तुला राशि को ढैय्या से मुक्ति मिल जायेगी।
इन देवताओं की करें पूजा
1 – शनि देव भगवान श्री कृष्ण के परम भक्त हैं। पौराणिक कथा के अनुसार शनि देव ने भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए मथुरा के कोसीकलां में कोकिलावन में कठोर तपस्या की थी तब भगवान कृष्ण ने उन्हें कोयल के रूप में दर्शन दिए थे। मान्यता है कि जो लोग श्री कृष्ण की पूजा करते हैं उन्हें शनि देव साढ़ेसाती और ढैय्या में भी शुभ फल देते हैं।
2- एक बार शनि देव को जब अपनी शक्ति पर अहंकार हो गया तो हनुमान जी ने उनके अंहकार को चकनाचूर किया था। उसके बाद शनि ने हनुमान जी को वचन दिया था कि वे उनके भक्तों को कभी परेशान नहीं करेगें।
3- पौराणिक कथा के अनुसार शनि के पिता सूर्य देव ने उनकी माता छाया और उनका अपमान कर दिया था. जिससे आहत होकर शनि ने शिव की कठोर तपस्या की। जिसके बाद भगवान शिवजी ने प्रसन्न होकर शनि को सभी ग्रहों का न्यायाधीश बना दिया। कहा जाता है कि जो शिव की पूजा करते हैं उन्हें शनि कभी परेशान नहीं करते हैं।
नोट – इस आर्टिकल में लिखे गए फैक्ट, पौराणिक मान्यताओं पर आधारित है।