कौन हैं हिमाचल के अगले मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू? ऐसे की थी राजनीति की शुरुआत
हिमाचल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलने के साथ ही मुख्यमंत्री बनने के लिए पार्टी में अंतर्कलह शुरू हो गई है। जहां एक ओर हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की धर्मपत्नी प्रतिभा सिंह ने मुख्यमंत्री पद पर अपनी दावेदारी जताई है वहीं उनके विरोधी गुट के सुखविंदर सिंह सुक्खू के मुख्यमंत्री बनने पर लगभग मुहर लग चुकी है। आइए जानते हैं आखिर क्यों सुखविंदर को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है।
कांग्रेस को मिला है स्पष्ट बहुमत
हिमाचल की कुल 68 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 40 सीटें मिली हैं, वहीं इसके मुकाबले बीजेपी को 25 सीटें हासिल हुईं। इसके अलावा 3 सीटों पर निर्दलीय जीते। कांग्रेस ने हिमाचल के लिए ना तो चुनाव से पहले किसी नेता को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया था और ना ही बाद में सीएम पद के लिए नाम का ऐलान किया था।
यहां से शुरू कर दिया था राजनीतिक सफर
हमीरपुर जिले के नादौन के रहने वाले सुक्खू लॉ में डिग्री हासिल करने के बाद से ही स्टूडेंट्स पॉलिटिक्स से जुड़ गए थे। उन्होंने एनएसयूआई (NSUI) से राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और संजोली कॉलेज में सीआर और एससीए के महासचिव बने। इसके बाद राजकीय महाविद्यालय संजौली में एससीए के अध्यक्ष चुने गए। 7 साल यानी 1988 से 1995 तक एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष रहें।
2003 में पहली बार बने विधायक
सुखविंदर सुक्खू ने अब तक 5 बार विधानसभा का चुनाव लड़ा है, जिसमें से 4 चुनावों में जीत हासिल की है। वह पहली बार साल 2003 में नौदान विधानसभा सीट से विधायक बने थे। इसके बाद सुक्खू 2007, 2017 का चुनाव जीते। वह 2013 में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।